सूरह मुजम्मिल का वजीफा फॉर मोहब्बत 5/5 (9)

सूरह मुजम्मिल का वजीफा फॉर मोहब्बत

सूरह मुजम्मिल का वजीफा फॉर मोहब्बत – Surah Muzammil Wazifa For Mohabbat, दोस्तों आज हम आपको क़ुरान मे दिया हुआ सबसे ताकतवर वज़ीफ़ा के बारे मे बतायेगे इसे सूरह मुजम्मिल का वजीफा कहते है. आज हम आपको इसके तीन तरह के ताकतवर उपयोग बतायेगे, पहला है सूरह मुजम्मिल का वजीफा फॉर शादी, दूसरा है, सूरह मुजम्मिल का वजीफा फॉर औलाद और तीसरा है सूरह मुजम्मिल का वजीफा फॉर हाजत।

Surah Muzammil Wazifa For Mohabbat

मोहब्बत करना उसे हासिल करना दोनों ही मकसद जिंदगी में होते हैं।लेकिन कई-बार ऐसा होता है।कि हम मोहब्बत तो कर लेते हैं लेकिन जब मोहब्बत को अपनाने की बारी आती है।तो उसमें कई एक नहीं कई मुसीबत का सामना करना पड़ता है।जिसका हमें हिम्मत के साथ सामना करना चाहिए।

हमें ना सिर्फ उसके लिए दुनिया भर से बल्कि अल्लाह ताला से मदद की इल्तिजा करनी चाहिए।और अल्लाह ताला से मदद मांगने का तरीका क्या है कि हम नमाज़ पढ़े।अमल करें अपनी नियत को साफ रखें ताकि अल्लाह रब्बुल इज्जत हमारे जो भी मकसद है हम को कामयाबी दे।

सूरह मुजम्मिल का वजीफा फॉर मोहब्बत - Surah Muzammil Wazifa For Mohabbat

सूरह मुजम्मिल का वजीफा फॉर मोहब्बत – Surah Muzammil Wazifa For Mohabbat

बेशक अल्लाह अपने बंदों को मुश्किल से मुश्किल हालात से निकालने वाला है बेहतर करने वाला है।इसके लिए हम आपके लिए बेहतरीन वजीफा से लेकर आए हैं।अपनी मोहब्बत को हासिल कोन नहीं करना चाहता है।और उसी मोहब्बत को हासिल करने के लिए हम आपके जज्बातों को समझ सकते हैं और इसीलिए हम आपके लिए बेहतर वजीफा लेकर आए हैं।

इस वजीफे को आपको किसी भी वक्त में कर लेना है।वजीफे को करने का कोई वक्त और जगह मुकर्रर नहीं है।जहां भी आपको पाक -साफ जगह दिखे आप बैठकर किसी भी नमाज के बाद इस वजीफे को कर सकते हैं।

अगर आप जा नमाज पर ही बैठ कर इस वजीफे को करना चाहे तो कर सकते हैं।मोहब्बत के लिए सूरह मुजम्मिल का वजीफा आपको इस तरह करना है।कि आपको रोजाना एक एक दफा सूरह मुजम्मिल की तिलावत करनी होगी।जब तक आप चाहे आप इस वजीफे को कर सकते हैं। 

सूरह मुजम्मिल का वजीफा फॉर शादी

सूरह मुजम्मिल का वजीफा फॉर शादी – Surah Muzammil Wazifa For Shadi, Marriage, शादी के लिए सूरह मुजम्मिल का वजीफा हम आपके सामने लेकर हाजिर है।सूरह मुजम्मिल की अहमियत से तो आप सभी वाकिफ हैं।और सूरह मुजम्मिल की बेशुमार फजीलत के बारे में भी आप सबको पता होगा।कुरान शरीफ में इस आयत की बहुत सारी फजीलत हाजिर हैं।

जिसकी शादी नहीं हो रही है,या किसी वजह से रुकी है, शादी में कोई परेशानी आ रही है,आप अपनी पसंद से शादी करना चाहते हैं तो शादी कर सकते हैं।अगर आपकी मर्जी कहीं और शादी करने में या खुद की मर्जी शामिल है।वजीफा आपके लिए बहुत ही बेहतर साबित होगा।सूरह मुजम्मिल का एक वजीफा आपकी इन तमाम शादी से जुड़ी परेशानियों को दूर कर देगा इंशा अल्लाह ताला।

Surah Muzammil Wazifa For Shadi

वजीफे को करने का तरीका यह है कि आपको वजीफे से जुड़ी कुछ मालूमात के बारे में हम आपको बताते हैं।इस वजीफे को आपको एक ही टाइम में करना है इस वजीफे का एक टाइम मुकर्रर है।जोहर की नमाज के बाद का और कोई टाइम में आप इस वजीफे को नहीं कर सकते हैं।

इसकी इजाजत सबको है बस शर्त इतनी है कि मकसद नेक होना चाहिए।जोहर की नमाज के बाद आपको बिस्मिल्लाह शरीफ के साथ 21 बार सूरह मुजम्मिल की तिलावत करनी है।यानी 21 बार बिस्मिल्लाह शरीफ 21 बार सूरह मुजम्मिल हो जाएगी।

दोनों को मुकम्मल करने के बाद आपको तीन बार दरूदे इब्राहिम पढ़नी है।और दरूदे इब्राहिम पढ़ने के बाद अल्लाह ताला से इस तरह से गिड़गिड़ा कर दुआ मांगे।कि ऐसा लगे कि अल्लाह ताला आपके सामने है इस वजीफे को आपको 7 दिन बिना नागा करें करना है।

सूरह मुजम्मिल का वजीफा फॉर औलाद

सूरह मुजम्मिल का वजीफा फॉर औलाद – Surah Muzammil Ka Wazifa For Aulad, शुरह मुजम्मिल से अगर आप औलाद हासिल करना चाहते हैं तो यह वजीफा आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है इंशा अल्लाह।अल्लाह ताला बेहतर जानने वाला हमेशा उसकी -बारगाह इलाही में अपना हाथ फैलाकर उस से रहम की तलब करनी चाहिए।जब हम अपने रब से मदद मांगते हैं।

तो हमारे लिए वह रास्ते खुद ब खुद बना देते हैं।ऐसे जरिए को पेश करता है कि हम उसका अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं।सुरः मुजम्मिल का अनोखा वजीफा हम आपके सामने लेकर आए हैं।मुजम्मिल की सूरह कुरान शरीफ की 73 सूरह है और इस सूरह में 20 आयत मौजूद है बेहद ही मुजरिम सूरह है।

हमारे प्यारे आका मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो ताला वसल्लम ने इरशाद फरमाया है।कि जो सूरह को मुसीबत के वक्त पड़ता है अल्लाह रब्बुल इज्जत उसकी सारी मुसीबतों को दूर कर देता है।सूरह मुजम्मिल की सूरह की तिलावत करने से आपको दुनिया और आखिर दोनों जहां में कामयाबी मिलती हैं।

Surah Muzammil Ka Wazifa For Aulad

मुसीबतों से हिफाजत भी मिलती है यह सुरे आपको दुनिया और आखिरत दोनों जगह में महफूज रखेगी बहुत ही आसान सूरह  हैं।आपको वजीफे के लिए सूरह की तिलावत हर रोज फजर की नमाज के बाद करनी है।आप इस की तिलावत करने का मामून बना लीजिए।

इस की 4 आयत को आपको तीन बार पढ़ने है इस तरह से मकसद के लिए दुआ करें।कि अल्लाह रब्बुल इज्जत आपकी दुआओं को कुबूल फरमाए।आपका जो भी मकसद है आप ज़हन में रखकर इस की तिलावत करते रहे।इंशा अल्लाह ताला आप वजीफे के दिल से के जरिए अपने मकसद में जरूर कामयाब होंगे।

सूरह मुजम्मिल का वजीफा फॉर हाजत

सूरह मुजम्मिल का वजीफा फॉर हाजत – Surah Muzammil Ka Wazifa For Hajat, अगर आपकी कोई हाजत हैं जिसकी आप तलब गार है और आपकी ख्वाहिश है। कि आपकी यह हाजत अल्लाह ताला कुबूल फरमाए।वजीफे के ज़रिए आप अपनी हालत को हासिल कर ले।अगर आप इस का अमल का कोई बेहतरीन वाजीफ देख रहे हैं।

तो बेफिक्र रही हम आप की ख्वाहिश के हिसाब से वजीफा लेकर हाजिर है।अपनी हाजत को पूरा करने के लिए वजीफा कर सकते हैं।यह वजीफा परेशानी को दूर करेगा यह वजीफा सूरह मुजम्मिल का है। सूरह मुजम्मिल की आयत का मुतालबा कुरान मजीद में मौजूद है।

यह आयत को मुसीबत के वक्त पढ़ना और अपनी मुसीबत को दूर करना इस आयत की बेहतरीन फजीलत है।अपनी खास हाजत को पूरा करने के लिए आपको इस वजीफे को किस तरह करना है।चलते हैं वजीफे के तरीके की तरफ कि हमको सूरह मुजम्मिल के वजीफे को किस तरह और किन तरीकों से करना है।

Surah Muzammil Ka Wazifa For Hajat

ताकि हम अपनी हाजत को पूरा कर सकें बिना किसी परेशानी के।सूरह मुजम्मिल की तिलावत करनी है आपको और जब आप सूरह मुजम्मिल की तिलावत कर चुके हो तो सौ मर्तबा आपको کا اثر و نظم اکیاइंशाल्लाह जब आप इस खास वजीफे को मुसलसल करते रहेंगे।तो अल्लाह ने चाहा बहुत जल्द आपकी जायज हाजत पूरी होगी।

इस वजीफे की कोई मुद्दत नहीं आप जब तक चाहे इस वजीफे को कायम रख सकते हैं।अपनी हालत के मुताबिक अगर आप इसे अपनी जिंदगी में शामिल कर ले तो और भी बेहतर होगा।

जरूरी बात जब आप इस वजीफे को करें। तो अपने दिल में इस वजीफे के लिए यकीन जरूर रखिएगा। क्योंकि यह कई बेहद ही जरूरी होता है कि सीरियल मुझे की कामयाबी के लिए.

Doston aaj hum aapko quran mai diya hua sabse takatwar wazifa ke bare mai bata raha hu, is wazifa se aap jo chahe wo kar sakte ho, aaj hum aapko iske 4 upyog batayege. pahala hai Surah Muzammil Wazifa For Mohabbat, dusra hai Surah Muzammil Wazifa For Shadi, Marriage, teesra hai Surah Muzammil Ka Wazifa For Aulad or chotha hai Surah Muzammil Ka Wazifa For Hajat. to aaj he iske bare mai padhe or apni zindki ko asan banaye.

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मोहब्बत में पागल करने का वजीफा

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