अपमान का बदला लेने का इल्म 5/5 (6)

अपमान का बदला लेने का इल्म

अपमान का बदला लेने का इल्म – Apman Ka Badla Lene Ka Ilm, Dua, Wazifa, Amal, कहते है किसी को मार दो पर उसका अपमान मत करो, अपमान इंसांन को अंदर से जला देता है, इसलिए आज हम लाये है इल्जाम से बचने का वज़ीफ़ा और बदनामी से बचने की दुआ. इसे झूठे कलंक को दूर करने का अमल भी कहा जाता है

Apman Ka Badla Lene Ka Ilm

र्कुआन-ए-पाक में सख्त हिदायत दी गई है कि इंसान को अपमान से बचकर रहना चाहिए। अगर कोई बेवजह अपमानित करे तो उससे बदला लिया जाना चाहिए। हालांकि यह भी कहा गया है कि किसी भी शख्स को जानबूझकर अपमानति नहीं करना चाहिए।

अगर भूलचूक से अनजाने में ऐसी बात हो भी जाए तब अल्लाह ताला से इसकी माफी मांग लेनी चाहिए। साथ ही यदि अपमानित किए जाने वाले का बदला लेने के लिए मन बेचैन हो जाए तब भी अपनी तरफ कोई वैसे कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे किसी की जान पर बन आए।

अपमान का बदला लेने का इल्म - Apman Ka Badla Lene Ka Ilm, Dua, Wazifa, Amal

अपमान का बदला लेने का इल्म – Apman Ka Badla Lene Ka Ilm, Dua, Wazifa, Amal

इस्लाम में हर मानसिक तनाव को दूर करने के उपाय बताए गए हैं। उन्हीं में अपमान का बदला लेने के विशेष इल्म भी दिए गए हैं। र्कुआन में दिए गए आयतों को नियमित पढ़ना चाहिए। अपमानित करने वाले शख्स की मुखालफत करने के लिए नमाज पढ़ने के साथ-साथ आयत का निम्न तरीके से पढ़ना चाहिए।

  • इसे कोई भी स्त्री या पुरुष कर सकते हैं। अगर इल्म को स्त्री करती है तो उसे पूरी तरह से पाक-साफ की स्थिति में करना चाहिए। माहवारी के दौरान इस काम को नहीं करना चाहिए। या फिर इस दौरान नमाज, दुआ आदि को नहीं पढ़ना चहिए।
  • र्कुआन-ए-करीम में सुराह यूनिस की आयत 65 को इकतालिस बार पढ़कर अपमानित करने वाले व्यक्ति की तस्वीर पर दम करना चाहिए। या फिर उसकी निवास की दिशा के तरफ मुंहकर फूंक मारते हुए अल्लाह ताला से इबादत करना चाहिए।

बदनामी से बचने की दुआ

बदनामी से बचने की दुआ – Badnami Se Bachne Ki Dua, Totke, Upay, Wazifa, Amal, Ayat, हर इंसान को चाहिए कि वह बदनामी, तौहीनी, जिल्लत, बेइज्जती या कहें रुसवाई से बचकर रहना चाहिए। फिर भी इसकी नौबत आ जाए तब अल्लाह ताला दुआ करनी चाहिए उसे इससे जितनी जल्द हो सके छुटकारा मिल जाए।

फिर भी बात नहीं बनने की स्थिति में कुरान-ए-करीम में दिए गए आयत क्रमांक 65 का पूरी शिद्दत के साथ निम्न तरीके से रोजाना सुबह-शाम पढ़ना चाहिए।

Badnami Se Bachne Ki Dua

  • दुआ के अमल के लिए पाक-साफ होकर सबसे पहले ताजा वुजू बना लें और नमाज पढ़ने के लिए बैठ जाएं। समय सुबह का नौ बजे तक का होना चाहिए। शाम का समय सूर्यास्त के बाद अंधेरा होने पहले का हो तो अच्छा है, वरना रात को सोने से पहले भी इस दुआ को किया जा सकता है।
  • मौलवी द्वारा बताए गए दुआ की आयत को 41 बार पढ़ें। दुआ को पढ़ने से बिस्मिल्लाह करते हुए दुरूदे शरीफ का 11 बार पढ़ लेना चाहिए।
  • पढ़ने के बाद अपने पर दम करें। इससे पहले दुरूदे शरीफ को एकबार फिर से 11 बार पढ़ लेना चाहिए। फिर तहे दिल से अल्लाह ताल जिन्हे शानहु से हर तरह की बदनामी, तौहीनी या कहें जिल्लत से बचने के लिए दुआ करें।
  • इस दुआ को तबतक करना चाहिए जबतक कि फर्क महसूस नहीं होने लगे। औरत को इसे माहवारी के दौरान नहीं करना चाहिए।
  • इंशा अल्लाह ने अगर आपकी दुआ स्वीकार कर ली तब हर किस्म की बदनाम से हिफाजत मिलेगी। दुआ के अतिरिक्त वैसे व्यक्ति से दूरी बनाकर रखनी चाहिए, जो हमेशा बदनाम करने की फिराक में लगे रहते हैं।

झूठे कलंक को दूर करने का अमल

झूठे कलंक को दूर करने का अमल – Juthe Kalank Ko Dur Karne Ka Amal, Ilm, Dua, Wazifa, Amal, Totke, Upay, Ayat, हर इंसान को चाहिए कि वह अपने दामन पर किसी भी तरह का दाग-धब्बा नहीं लगने दे। माथे पर कलंक का दाग नहीं लगने पाए।

ताकि परिवार, रिश्तेदारी और समाज में इज्जत बनी रहे। अगर किस की दुश्मनी से वैसा कलंक लग भी जाए तब उससे बचने के लिए अल्लाह ताला से अमल करना चाहिए।

जानकार मौलवी से इस बारे में राय-मश्वीरा लेकर आयत पढ़ने का नियमित तरीका अपनाना चाहए। वह इस प्रकार हो सकता है-

Juthe Kalank Ko Dur Karne Ka Amal

  • झूठे कलंक के शिकार कोई भी हो सकते हैं। पुरुष पर अगर तरह-तरह के छोटे-बड़े किस्म के व्यभिचार से हत्या तक का कलंक लग सकता है, जबकि किसी स्त्री के बदचलन या परपुरुष संबंध आदि का कलंक असानी से लग जाता है।
  • इस स्थिति में बेबुनियाद अरोपों और माथे पर लगे कलंक से बचने के लिए सुबह-शाम नियमित नमाज पढ़ने की दुआ करनी चाहिए।
  • झूठे इल्जाम के कारण और स्तर को देखते हुए नमाज के साथ आयत पढ़ने के वजीफे का इस्तेमाल करना चाहिए।
  • अपने दामन पर लगी बेबुनियाद दाग को मिटाने के लिए रात को सोने से पहले अमल करना चाहिए। इसे नियमित कम से कम 21 दिनों तक लगतार करते हुए बदनाम करने वालों को ध्यान करते हुए दम करनी चाहिए। किंतु इसकी शुरूआत माहवारी के दिन कतई नहीं की जानी चाहिए।
  • बदनामी से बचने की आयत 65 को ही यहां पढ़ा जाता है। इसके साथ दुरूदे शरीफ को 11-11 बार पढ़ने की सलाह दी गई है।
  • अंत में इंशा-अल्लाह से इबादत की जाती है वह उसपर झूठे इल्जाम लगाने वालों की आंखों पर पड़ी पट्टी को हटाा दे।

इल्जाम से बचने की वजीफा

इल्जाम से बचने की वजीफा – Ilzaam Se Bachne Ka Wazifa, Amal, Ilm, Dua, Amal, Totke, Upay, Ayat, परिवार के कोई भी सदस्य हों, हर इंसान को चाहिए कि उसपर किसी भी तरह का इल्जाम नहीं लगने पाए। जिससे समाज में मान-मर्यादा बनी रहे और रोजी-रोजगार में बरक्कत होती रहे।

इल्जाम कई तरह के लग सकते हैं। सामान्यतः आदमी या औरत पर वैसे मुकदमे का इल्जाम लग जाता है, जो झूठा होता है।  वैसे इल्जाम से बचने के लिए र्कुआन-ए-पाक में आयत दी गई है।

अगर इंसान अल्लाताला को याद कर पूरी शिद्दत के साथ इबादत करे तब उसपर लगा मुकदमे का इल्जाम खत्म हो सकता है।

Ilzaam Se Bachne Ka Wazifa

  • उसके लिए प्रयोग में लाया जाने वाला आयत इस प्रकार है, जिसे मौलवी के बताए नियम के अनुसार पढ़ा जाता है।
  • र्कुआन-ए-करीम में दिया गया आयत

युहिक्कुल्लाहुल्-हक् बि-कलिमातिही लौ करिहल्-मुज्रिमून(82)

  • दिए गए आयत को 21 दिनों तक लगातर सुबह की नमाज के बाद पढ़ना है। इसके लिए पाक-साफ होकर सुकून वाले स्थान पर सफेद चादर बिछाएं।
  • पहले ताजा वुजू बनाएं। बिस्मिल्लाह करें। फिर दुरूद शरीफ को 11 बार पढ़ें।
  • उसके बाद अयत को 121 मर्तबा पूरी शिद्दत के साथ पढ़ने के साथ-साथ उस इल्जाम के बारे में मन ही मन में ध्यान कर उससे छुटकरा पाने की दुआ करें।
  • अंत में खुद पर दुआ करें और साथ में रखे पानी पर फूंक मारकर पी लें। उसके बाद एक बार फिर से दोनों हाथ फैलाकर अल्लाह ताला से इल्जाम के बारे याद दिलाएं और अदलत में बरी होने की दुआ करें।
  • अगर कोई औरत इल्जाम की शिकस्त में है तो वह भी माहवारी से पाक-साफ होने के बाद दुआ करते हुए फरियाद करे।

Kahate hai kisi insan se yadi aap naraz hai or bahut naraz hai to chahe to usko maar do per uska apmaan bilkul bhi na karo, apmaan insan ko ander he ander jalata hai or ek apmanit hua aadmai kuch bhi kar sakta hai, jaise jangal mai pagal sher hota hai vaise he apmanit kiya hua insaan ban jata hai. isliye aaj hum aapko Apman Ka Badla Lene Ka Ilm, Dua, Wazifa, Amal or Badnami Se Bachne Ki Dua, Totke, Upay, Wazifa, Amal, Ayat bata rahe hai. Ise Juthe Kalank Ko Dur Karne Ka Amal, Ilm, Dua, Wazifa, Amal, Totke, Upay, Ayat ya Ilzaam Se Bachne Ka Wazifa, Amal, Ilm, Dua, Amal, Totke, Upay, Ayat bhi kaha jata hai.

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दुश्मन से बदला लेने का वजीफा

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